Electoral Literacy Club
An Electoral Literacy Club is a platform to engage school students through interesting activities and hands-on experience to sensitise them on their electoral rights and familiarise them with the electoral process of registration and voting. ELCs are also present in colleges and rural communities. At ELCs, learning meets fun. Activities and Games are designed to stimulate and motivate students provoking them to think and ask questions. Through ELC, Election Commission of India, aims at strengthening the culture of electoral participation among young and future voters. There are four type of ELCs.
- School Level ELCs- School Level ELCs have been established for future Voters. Students from class 9th to 12th (14-17 Year Old) become member.
- College Level ELCs- College Level ELCs have been established for New Voters who are aged between 18-21 year.
- Chunav Pathshala- Chunav Pathshalas have been established at Polling Station wise and BLOs are make incharge of Chunav Pathshala to educate the non school gone people.
- Voter Awareness Forum- Concept of voter awareness forum (VAF) has been developed to spread voter awareness amongst employees of Govt./Pvt. Department/Organization
Role of District Election Officer (DEO) and Electoral Roll Officer (ERO) are crucial in establishment of ELCs and VAFs. In the ELCs, members will be part of interesting and thought-provoking, mostly classroom based activities and games. There are around 25 such activities and 6 games which have been carefully designed to impart specific learning which will help them become an ‘Empowered (Prospective) Voter’.
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चुनावी साक्षरता क्लब
चुनावी साक्षरता क्लब रोचक गतिविधियों और व्यावहारिक अनुभव के माध्यम से स्कूली छात्रों को उनके चुनावी अधिकारों के प्रति सचेत करने और पंजीकरण और मतदान की चुनावी प्रक्रिया से परिचित कराने के लिए एक मंच है। ईएलसी कॉलेजों और ग्रामीण समुदायों में भी विद्यमान हैं। ईएलसी में, सीखने में आनन्द आता है। गतिविधियों और खेलों को छात्रों को सोचने और प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करने और प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।, भारत के चुनाव आयोग का उद्देश्य युवा ईएलसी के माध्यम से और भावी मतदाताओं के मध्य चुनावी भागीदारी की संस्कृति को मजबूत करना है। ईएलसी चार प्रकार के होते हैं।
- स्कूल स्तरीय ईएलसी- स्कूल स्तरीय ईएलसी भावी मतदाताओं के लिए स्थापित किए गए हैं। कक्षा 9वीं से 12वीं तक(14-17 वर्ष) के विद्यार्थी सदस्य बनते हैं।
- कॉलेज स्तर के ईएलसी- कॉलेज स्तर के ईएलसी नए मतदाताओं के लिए स्थापित किए गए हैं जिनकी आयु 18-21 वर्ष के मध्य है।
- चुनाव पाठशाला- चुनाव पाठशालाए मतदान केंद्रवार ं स्थापित की गई हैं और स्कूल न जाने वाले व्यक्तियों को शिक्षित करने के लिए बीएलओ को चुनाव पाठशाला का प्रभारी बनाया गया है.
- मतदाता जागरूकता मंच- सरकार/निजी विभाग/संगठन के कर्मचारियों के मध्य मतदाता जागरूकता फैलाने के लिए मतदाता जागरूकता मंच (वीएएफ) की अवधारणा विकसित की गई है।
ईएलसी और वीएएफ की स्थापना में जिला चुनाव अधिकारी (डीईओ) और निर्वाचक नामावली अधिकारी (ईआरओ) की भूमिका महत्वपूर्ण है। ईएलसी में, सदस्य रोचक और विचारोत्तेजक, अधिकतर कक्षा आधारित गतिविधियों और खेलों का हिस्सा होंगे। लगभग 25 ऐसी गतिविधियाँ और 6 खेल हैं जिन्हें विशिष्ट शिक्षा प्रदान करने के लिए सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया है जो उन्हें ’सशक्त (संभावित) मतदाता’ बनने में मदद करेगा। .
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